सुबह लायी नयी आशा , नयी दिशा
आओ सीखे एक नयी भाषा
सुनो क्या कहे ये पवन,
चलते रहो अपनी धुन में मगन,
सुनो क्या कहे ये सूरज,
चमकते रहो फैलाओ रोशनी चारों ओर ,
ये हरियाली दिलाये नयी उम्मीद,
प्रकृति का हमेशा नया संगीत,
जो ये धुन समझेगा,
खुदको जिंदगी के नजदीक पाएगा
--स्नेहा
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