बिखरे हुए लब्जोंको जोड के तो देखो
बिच खडी दिवारोंको तोड के तो देखो
ये दुनिया बडी हसीन है मेरे दोस्त
प्यार भरी चादर ये ओढ के तो देखो
सिर्फ़ इटोंका घर बन नही सकता
बिना जोडे कण जूड नहीं सकता
घूल जाओ इस तरह एक दुजे मे
बिना प्यार के बल बढ नहीं सकता
मौका मिले तो जिवन की मंजील पा ले
साथ अपने पुरे जहान को बुला ले
हौसलों की उडान सदा उंची रखना
या अपना नया आसमान तू बना ले
--स्नेहा
1 comment:
hi
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