Thursday, February 7, 2008

जिंदगी के सफर में

जिंदगी के सफर में,
हर एक मोड़ पे
मिलेगा एक शामियाना

यहाँ रुकना है
या चलना है,
तुम्हिको है बताना

जिंदगी सफर तो
अंत शायद मौत है,
तो ना कर कोई बहाना

चल चला चल
हर एक डगर पे,
लुट सफर के मजे रोजाना

--स्नेहा

No comments: