Saturday, August 9, 2008

आपका खिलता चेहरा

दिनभर की बातों से जब दिल भर आए,
हर पल गुज़ारते हुए खुद को तनहा पाए,
थकी हुई आँखें जब पलकें मूंदे ,
बस आपका ही खिलता चेहरा नज़र आए.

हर सुबह की ताझगी तुम,
हर दिन की सादगी तुम,
हर फूल की खुशबू तुम,
मेरी रूह मे हर जगह तुम,

तेरे होने से मेरी जिंदगी रौशन,
ना तुम तो वीरान दिल का गुलशन,
बस आपकी तस्वीर दिखाए दर्पण,
तेरे चरणोमे मेरा तन मन अर्पण

--स्नेहा

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